सीधी गड़बड़ी वाली भर्ती परीक्षाएं: --
रीट, पटवारी, जेईएन और एसआई समेत 8 भर्ती परीक्षाओं में नकल; एक्सपर्ट बोले-विवाद की जड़ आब्जेक्टिव पेपर...पैटर्न बदला जाए
प्रदेश में होने वाली सीधी भर्ती परीक्षाएं लगातार विवादों में हैं। सरकार इनके लिए क्या कर रही है। सरकार अपना मुंह बन्द करके बैठी है। 2019 से सीधी भर्ती की 8 परीक्षाओं में पेपल लीक हुए। 6 भर्तियां (पटवारी, लाइब्रेरियन, जेईएन, रीट, लाइब्रेरियन टू)ऐसी थीं जिनमें सिंगल पेपर पैटर्न लागू था। इसके अलावा तीन भर्ती परीक्षाएं रीट, एसआई और लाइब्रेरियन में दोनों बार पेपर लीक हुआ। इधर, एक्सपर्ट्स का मानना है भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए एग्जाम पैटर्न में बदलाव होना चाहिए। एसएससी एग्जाम में ऑब्जेक्टिव पेपर आधारित प्री-परीक्षा होती है लेकिन मेन्स में वर्णनात्मक टेस्ट होता है और आखिर चरण में स्किल टेस्ट लिया जाता है। ऐसी बड़ी परीक्षाएं जिनमें लाखों अभ्यर्थी शामिल होते हैं, उनमें परीक्षाएं दो से तीन चरणों में करवानी चाहिए।
गौरतलब है कि 2019 से 2021 तक तमाम भर्ती परीक्षाओं में नकल के आरोप में 85 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 8 में से 4 मामलों में पुलिस चालान पेश कर चुकी है, लेकिन तीन भर्ती परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी की जांच चल रही है। एक मामला एसओजी के पास है।
2019 से 2021 के दौरान आयोजित कराई गईं 3 भर्ती परीक्षाएं ऐसी... जिनमें हर बार पेपर लीक हुआ
जेईएन भर्ती-19...पेपर वायरल हुआ ----
6 दिसम्बर 2020 को कर्मचारी चयन बोर्ड ने जूनियर इंजीनियर के पदों के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन किया था। 9 दिसम्बर को एक अभ्यर्थी ने एग्जाम पेपर सोशल मीडिया में वायरल होने की शिकायत सांगानेर थाने में दी। इस मामले की जांच एसओजी कर रही है।
पटवारी भर्ती...7 अभ्यर्थी गिरफ्तार ----
कर्मचारी चयन बोर्ड की 23 अक्टूबर 2021 को आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक का मामला सामने आया है। भरतपुर चिकसाना थाना पुलिस ने परीक्षा के प्रश्न पत्र के सांकेतिक उत्तरों के साथ 7 अभ्यर्थियों समेत 11 जनों को गिरफ्तार किया था।
एसआई(SI) भर्ती-2021...पेपर लीक----
आरपीएससी ने 13-15 सितम्बर 2021 को एसआई भर्ती परीक्षा करवाई। पेपर लीक के दो मामले पाली और बीकानेर में दर्ज हुए। दोनों मामलों में 24 लोगोें की गिरपतारी हुई। पाली कोतवाली पुलिस चालान पेश कर चुकी है, जबकि बीकानेर पुलिस द्वारा चालान पेश करना शेष है।
लाइब्रेरियन भर्ती...2 बार परीक्षा, दोनों बार पेपर लीक --
29 दिसम्बर 2019 को कर्मचारी चयन बोर्ड ने लाइब्रेरियन ग्रेड-3 की परीक्षा करवाई। कोचिंग सेंटर द्वारा पेपर लीक हुआ। विद्याधर नगर थाने में मामला दर्ज किया गया और 10 जने गिरफ्तार हुए। परीक्षा रद्द हो गई। दोबारा परीक्षा 25 सितम्बर 2020 में आयोजित हुई लेकिन फिर पेपर लीक हो गया। हालांकि बोर्ड ने इसे अफवाह करार दिया। फिलहाल, सांगानेर थाने में केस दर्ज किया गया था।
Reet-2021 : विवादों की सबसे बड़ी परीक्षा रही
सितम्बर 2021 में परीक्षा हुई। सवाई माधोपुर और जोधपुर में पेपर लीक के दो मामले हुए। पेपर शिक्षा संकुल से लीक हुआ। अब तक 44 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एसओजी द्वारा खुलासा किए जाने के बाद परीक्षा रद्द हुई। अब चीटिंग रोकने के लिए नया कानून बन चुका है। भविष्य में होने वाली थर्ड ग्रेड टीचर भर्ती के लिए परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है।
ऑब्जेक्टिव पेपर का पैैटर्न खत्म हो ----
प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने को एग्जाम पैटर्न में बदलाव जरूरी है। सीधी भर्ती परीक्षा में ऑब्जेक्टिव पैैटर्न होता है। नकल रोकने को डिस्क्राइब पैटर्न लागू हो। बड़ी परीक्षाएं अलग-अलग चरणों में आयोजित हों। सीधी भर्ती परीक्षा की बजाय प्री और मेन्स का पैटर्न भी लागू किया जा सकता है। - आरडी सैनी, आरपीएससी के पूर्व चेयरमैन
सीधी भर्ती सिंगल पेपर पैटर्न---
एग्जाम में पेपर लीक होने का रिस्क ज्यादा होता है। कर्मचारी भर्ती बोर्ड की भर्तियों में सिंगल पैटर्न होता है। परीक्षा आयोजित करवाने में हजारों लोग इन्वॉल्व होते हैं इसलिए पैटर्न में बदलाव के साथ इन्टीग्रेटी सिस्टम बने। रीट जैसी परीक्षाओं में प्री और मेन्स दो स्तर पर एग्जाम होना चाहिए। - बीएल जाटावत, पूर्व चेयरमैन कर्मचारी चयन बोर्ड