बालक में प्रारंभिक भाषा विकास कैसे होता है समझिए ---
( balak mein prarambhik bhasha vikas ko samjhaie )
बालक में प्रारंभिक भाषा का ज्ञान एक अंतः क्रियात्मक प्रक्रिया होती है
बालक अपने परिवार के सदस्यों द्वारा जैसे माता पिता भाई बहन तथा अन्य व्यक्तियों के द्वारा भाषा प्रयोगों को सुनता है और संप्रेक्षण के लिए उनका प्रयोग अपने ढंग से करता है यह भाषा ज्ञान की प्रारंभिक अवस्था होती है
बालक में भाषा सुनकर समझने की क्षमता भाषा के प्रयोग से पहले ही उपस्थित होती है सामान्य तौर पर 8 से 10 महीने का बालक प्रतीकात्मक आंगिक संकेतों शब्द और पद बंधों को समझने लगता है बालक का यह भाषा विकास का काल बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है
बालक के विकास के क्रम में पहले भाषा में प्रयुक्त ध्वनियों का अंतर पहचानता है और फिर उन ध्वनियों को समझता है या सीखता है परंतु बालक इन पर अपना अधिकार 5 से 6 वर्ष की आयु तक कर रहता है।
बालक अपने भाषाई विकास में क्या-क्या करता है ---
( balak Apne Basai Vikas main kya kya Karta hai)
बालक के शरीर की वृद्धि के साथ-साथ उसकी भाषा का विकास भी होता जाता है तथा यह विकास क्रमिक तथा ऊर्ध्व मूखी होता है।
इस अवस्था में बालक क्रंदन एवं किलकारने से प्रारम्भ कर शब्द लघुवाक्य, पूर्ण वाक्य का प्रयोग करते हुए आगे बढ़ता है। और बालक को व्याकरण शुद्धता के स्तर तक पहुंचने में अपनी आयु के 4 वर्ष पार कर जाते हैं यह काल बहुत ही महत्वपूर्ण होता है
बालक के भाषा विकास के स्तर मुख्यतः दो दृष्टिकोण से किया जा सकता है
बालक की भाषा की गति बदलती रहती है प्रथम 2 वर्षों में विकास की गति तीव्र होती है।
1. आयु की दृष्टि से -- आयु की दृष्टि से बालक का भाषा का विकास सामान्यतः इन चरणों से गुजरता है
प्रथम 10 महीनों तक बालक क्रंदन, किलकिना, बलबलाना आदि की क्रिया करता है
प्रथम शब्द - लगभग 9 -10 महीने से ।
दो शब्दों का वाक्य - 1.5 से 2 वर्ष ।
तीन शब्दों का वाक्य - 2.5 से 3 वर्ष ।
सरल छोटे वाक्य - 4 वर्ष ।
2. भाषाई घटकों की दृष्टि से --- बालक 9 से 12 महीने की आयु में अधिकांश बच्चे एक शब्द के प्रयोग की कुशलता अर्जित कर लेते हैं बालक उन शब्दों को ज्यादा बोलते हैं जो उन्हें पसन्द करता है। उदाहरण -- दो होठों से बोली जाने वाली दवाइयों से युक्त शब्दों का प्रयोग जैसे - बाबा, पापा, दादा, मामा आदि ।
साथ ही वे सामान्य के छोटे शब्दों का प्रयोग करता है 1 बरस के आसपास जब शिशु प्रथम शब्द बोलते हैं तब परिवार के सदस्य उसे वाक्य का रूप देते हैं अधिकतर लोग इसे वाक्य का प्रारंभिक रूप मानते हैं व्याकरण का प्रारंभ भी इसी अवस्था से माना जाना चाहिए 2 वर्ष का होते होते बचा शब्दों को मिलाकर वाक्य निर्माण करना सीख जाता है
सामान्यतः 3 वर्ष तक बालक बहुत व्याकरण त्रुटियां करता है उसकी प्रमुख कठिनाई सर्व नामों के प्रयोग और क्रिया के कालों के चुनने में होती है इसके साथ ही बालक एक वचन और बहुवचन में भेद नहीं कर पाता है ।
बालक भाषा विकास से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न --
1. कक्षा 8 के लिए साहित्य का चयन करते समय आप किस तत्व को सर्वाधिक महत्व देंगे।
(अ) परी-कथा
(ब) राजा रानी
(स) रहस्य रोमांच
(द) पशु पक्षी
RIGHT ANSWER -- (स)
2. भाषण, परिचर्चा, संवाद, बच्चों की ..... क्षमता का विकास करने में सहायक है ।
(अ) लिखित अभिव्यक्ति
(ब) मौखिक अभिव्यक्ति
(स) कल्पनाशीलता
(द) अनुकरण
RIGHT ANSWER -- (ब)
3. कौन सी भाषा, भाषा की आदर्श विविधता है जो किसी विशिष्ट क्षेत्र से संबंधित नहीं है।
(अ) मौखिक भाषा
(ब) क्षेत्रीय भाषा
(स) मानक भाषा
(द) मातर् भाषा
RIGHT ANSWER -- (स)
4. भाव की अभिव्यक्ति करण का सर्वश्रेष्ठ साधन है।
(अ) लचीली भाषा
(ब) मुहावरेदार भाषा
(स) विदेशी भाषा
(द) मातर् भाषा
RIGHT ANSWER -- (द)
