प्यारे विद्यार्थियों आज हम अधिगम अंतरण के सिद्धांत का अध्ययन करेंगे ।। 👇👇
What are the principles of transfer of learning?
अधिगम अंतरण के सिद्धांत पांच प्रकार के होते हैं जो कि आपके सामने निम्न प्रकार से है।
1. समान तत्व अधिगम अंतरण का सिद्धांत :---
इस सिद्धांत का प्रतिपादक -- थार्नडाइक, रूगर, सोरेन्सन को माना जाता है ।
इस सिद्धांत के अनुसार दोनों परिस्थितियों के तत्व सम्मान प्रकार के होते हैं तो अंतरण की मात्रा अधिकतम होती है ।
जैसे :-- गणित एवं भौतिक विज्ञान में संक्रियाएं समान होने के कारण गणित के ज्ञान का भौतिक विज्ञान में अधिकतम सहयोगी होना ।
2. सामान्यीकरण का सिद्धांत :---
इस सिद्धांत का प्रतिपादक --- चार्ल्स जुड थे ।
लेकिन समर्थक -- क्रो & क्रो
जो व्यवहार व्यक्ति के व्यवहार में सामान्य हो जाता है वह उसको किसी भी परिस्थिति में वैसा - वैसा कर सकता है परंतु जो सामान्य नहीं हो पाता उसे नहीं कर पाता ।
जैसे :-- एक शिक्षक नियमित रूप से हिंदी पढ़ाता है वह कहीं भी हिंदी आसानी से पढ़ा लेगा परंतु यदि उसे अचानक संस्कृत पढ़ाने के लिए दे दिया जावे तो वह घबराने लगता है ।
3. द्विकारक / द्वितत्व अधिगम अंतरण सिद्धांत :---
इस सिद्धांत का प्रतिपादक -- स्पीयर मैन को माना जाता है ।
इस सिद्धांत के अनुसार हमारी बुद्धि में जो विशिष्ट कारक होते हैं वह ज्ञान को प्राप्त करने में योगदान देते हैं तथा जो सामान्य कारक होते हैं उनसे प्राप्त ज्ञान का उपयोग होता है।
4. समग्रता का अधिगम अंतरण सिद्धांत :---
इस सिद्धांत के प्रतिपादक - कोहलर को माना जाता है ।
इस सिद्धांत के अनुसार कोई भी प्राणी या व्यक्ति जब नवीन परिस्थिति में कार्य करता है तो उसमें विशेष प्रकार से पूर्व ज्ञान के कारण एक सूझ पैदा हो जाती है तथा वे सूझ ही नये स्थान या परिस्थिति में कार्य करने के लिए योगदान देती है अर्थात समग्र समस्या ( कार्य ) के द्वारा ही स्थानांतरण संभव है।
5. मूल्यों के अभिज्ञान का सिद्धांत :---
इस सिद्धांत का प्रतिपादक -- बागले को माना जाता है।
इस सिद्धांत के अनुसार एक व्यक्ति में पैदा समस्त गुणों में से केवल उन्हीं का स्थानांतरण संभव है जिनका व आदर्श के रूप में जाना जाता है या जिनके लिए उसकी पहचान बन गई है अर्थात केवल आदर्श गुणों का ही स्थानांतरण संभव है ।
मनोविज्ञान के बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न :---
( very important questions of psychology )
1. सीखने की वह अवधि जब सीखने की प्रक्रिया में कोई उन्नति नहीं होती कहलाती है ?
(अ) सीखने का वक्र
(ब) सीखने का पठार
(स) स्मृति
(द) अवधान
Ans. :-- ( ब)
2. यदि पूर्व ज्ञान व अनुभव नए प्रकार के सीखने में सहायता करते हैं तो उसे कहते हैं ??
(अ) नकारात्मक प्रशिक्षण स्थानांतरण
(ब) सकारात्मक प्रशिक्षण स्थानांतरण
(स) प्रशिक्षण स्थानांतरण
(द) सीखना
Ans. :-- (ब)
3. सीखने के वक्र किसके सूचक है ??
(अ) सीखने की प्रगति के सूचक है
(ब) सीखने की मौलिकता के सूचक है
(स) सीखने के गत्यात्मक स्वरूप के सूचक हैं
(द) सीखने की रचनात्मकता के सूचक है
Ans. :-- (अ)
