प्यारे दोस्तों आज हम Normalization के बारे में जानेंगे और यह कैसे होता है। Normalization विभिन्न भर्तियों में अलग - अलग प्रकार से होता है। Normalization निकालने का सूत्र होता है जो हम आगे चलकर इसके बारे में समझेंगे।।
Normalization कैसे और क्यों जरूरी है :----
नॉर्मलाइजेशन क्या है और कैसे होता है -- जब एक समान पद या परीक्षण के लिए आयोजित परीक्षा में प्रश्न पत्रों का स्तर अलग अलग होता है और कठिनाई का स्तर कम या ज्यादा होता है तो अलग-अलग शिफ्ट के अंकों को लेकर Normalization प्रक्रिया से गुजरा जाता है जिसमें अंकों के सामान्यीकरण की प्रक्रिया को लागू किया जाता है जिससे सभी विद्यार्थियों के साथ न्याय हो सके ।
Normalization की जरूरत क्यों पड़ती है :---
Normalization की जरूरत को कैसे आसानी से समझा जा सकता है :---
यदि कोई एक ही प्रकृति की परीक्षा कई दिनों में या सीटो में हुई है तो उसमें हर दिन अलग-अलग पेपर आता है ऐसे में उम्मीदवारों के साथ अन्याय होने की संभावना बढ़ जाती है और जिस शिफ्ट में पेपर सरल आता है वे विद्यार्थी आगे जाते हैं और कठिन पेपर वाले विद्यार्थी पिछड़ जाते हैं जैसे रीट 2022 में ऐसा सुनने में आया है इसलिए Normalization जरूरी है ।
Normalization कैसे होता है :---
Normalization सिस्टम के तहत पेपर की कठिनता का स्तर तय किया जाता है इसके आधार पर अंक निर्धारित कर दिए जाते हैं । मान लीजिए परीक्षा के पहले दिन पेपर कठिन आता है तो अनुमान लगा लिया जाता है कि इस पेपर में यदि कोई 75 नंबर भी ले आया तो उसे 90 नंबर मान लिया जाएगा । जबकि दूसरे दिन का पेपर बहुत सरल आता है तो इसका उल्टा कर दिया जाएगा 90 नंबर लाने वाले को 75 नंबर मान लिया जाएगा ।
Normalization की प्रक्रिया कैसे होती है :--- आइए अब हम माध्य विधि से नॉर्मलाइजेशन समझने का प्रयास करते हैं कि Normalization कैसे किया जाता है।
Reet 2022 में Normalization कैसे होगा :---
मान लीजिए कि Reet 2022 के शिफ्ट - 1 के उम्मीदवार 100,80,90,75 और 85 अंक प्राप्त करते है। और शिफ्ट - 2 के उम्मीदवार 60,45,55,65 और 70 अंक प्राप्त करते है ।
तो --
शिफ्ट -1 :-- 100+80+90+85+75 = 430÷5 = 86
शिफ्ट - 2 :-- 60+45+55+65+70 = 295÷5 = 59
यहां पहली शिफ्ट का औसत 86 अंक है , दूसरी शिफ्ट का औसत 59 अंक है ।
अब दोनों औसत का अंतर 86-59 = 27 अंक का अन्तर है इस अंतर को कम अंक वाली शिफ्ट के students के नम्बर में जोड़ देंगे , जैसे :-- जिसके 65 अंक आये थे उसके
65+27 = 92 अंक हो जायेगा ।
🚫 NOTE :--- सभी भर्तियों में Normalization करने का अलग-अलग तरीका होता है । बोर्ड अपने तरीके से नॉर्मलाइजेशन करता है ।
हमने Reet 2022 का उदाहरण लिया है जरूरी नहीं है कि Reet 2022 में ऐसे Normalization होगा । हमने अपने तरीके से बताया है और इसके बारे में जानकारी लेकर माध्य विधि से Normalization करने का तरीका बताया है ।
